ज्वालामुखी सासससुर के रवैए के कारण रेनू के मन में उन के प्रति आक्रोश भरता रहा. उस ने कभी कोशिश नहीं की बीती बातों को भुला कर उन्हें अपनाने की. आज अपनी इसी गलती का एहसास उसे बुरी तरह कचोट रहा था... ---------------------- तालमेल वे पत्नी की मौत के सदमे से उबरे भी न थे कि बेटे बहू के व्यवहार में आए बदलाव से उन का घर से ही मोहभंग हो गया. लेकिन ऐसा क्या हुआ कि उन्हें घर फिर प्यारा लगने लगा और बेटे बहू दोस्त. ----------------------- दूसरी शादी शादी के 6 साल बाद भी नर्गिस और नौशाद के आंगन में जब कोई फूल नहीं खिला तो नौशाद के मन में दूसरी शादी की उमंगें उमड़ने लगीं परंतु शादी करने के बाद नौशाद जब अपने शहर वापस आया तो एक नई खबर सुन कर उस के पैरों तले जमीन खिसक गई. ---------------------- शायद मायके के सुखदुख में सहभागी बनी सुवीरा ने अपना पूरा जीवन उन को समर्पित कर दिया. लेकिन उन्होंने कदमकदम पर सुवीरा और उस के पति को न केवल अपमानि