धूप होती थी तो माँ आँचल लगा देती थी, भूख होती थी तो माँ चावल चढ़ा देती थी, न जाने क्या नज़र आता था उसे मुझमे खुश होती थी तो माँ काजल लगा देती थी, माँ सबकी जगह ले सकती है एक माँ की जगह कोई नहीं ले सकता. किसी ने माँ के कंधे पर सर रख के पूछा माँ कब तक अपने कंधे पर सोने देगी माँ ने कहा जब तक लोग मुझे अपने कंधे पर न उठा लें! यह मन्नत की फिर यही जहान मिले फिर वही गोद, फिर वही माँ मिले. This story about most loved Mother and Son duo.
3 parts